भारतीय व्यंजनों में मीठी चटनी रेसिपी का एक खास स्थान है। रेसिपी का स्वाद चाट ,समोसे, कचोरी और पकोड़े के साथ बेहद लाजवाब लगता है। यह सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ती बल्कि पाचन में भी मददगार होती है। बाजार में उपलब्ध चटनियों में कई प्रकार की मिलावट और अतिरिक्त मिठास होती है, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं होती है। इसीलिए आज हम घर पर बनी हुई शुद्ध और स्वदिष्ट मीठी चटनी रेसिपी बनाएंगे जिसे ,आप आसानी से बना सकते हैं
मीठी चटनी रेसिपी के फायदे: गुड ्बनी मीठी चटनी न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होती है बल्कि है सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है । इसमें प्राकृतिक मिठास होती है और यह कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है: गुड में फाइबर और मिनरल्स होते हैं। जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं। जब इसे इमली खजूर या सौंफ जैसे पाचन में सहायक तत्वों के साथ मिलकर चटनी बनाई जातीं है तो यह कब जे एसिडिटी और अपच को दूर करने में मदद करती है।
- शरीर को डिटॉक्स करती है: गुड में प्राकृतिक डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं जो शरीर से विषैली पदार्थों को बाहर निकलने में मदद करते हैं यह लिवर को शुद्ध करता है। और उसकी कार्य क्षमता बढ़ाता है। यह शरीर को अंदर से साफ करता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है।
- आयरन से भरपूर एनीमिया से बचाव: गुड एक बेहतरीन आयरन स्रोत है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखता है और एनीमिया (खून की कमी) को दूर करता है
- हड्डियों को मजबूत बनाता है: गुड में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे मिनरल्स होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। उम्र बढ़ने के साथ साथ हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों को कमजोर होना) हो सकता है बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह चटनी बहुत फायदेमंद होती हैं।
- इम्यूनिटी बूस्टर: अच्छा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और खनिज शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
- वजन घटाने में सहायक: हालांकि गुड मीठा होता है, लेकिन है नेचुरल स्वीटनर है और वजन कम करने में मदद करता है। यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और फैट वार्निंग को बढ़ाता है। फाइबर की मौजूदगी से पेट लंबे समय तक भरा रहता है जिससे भूख कम लगती है। यह शरीर में जमा विषैले तत्वों को बाहर निकलता , है जिस भजन नियंत्रित रहता है।
- ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है: गुड में पोटैशियम और मैग्नीशियम होते हैं, जो रक्तचाप को संतुलित करने में मदद करते हैं। हाई ब्लडप्रेशर के मरीज को इससे फायदा हो सकता है। ब्लड सरकुलेशन को सुधरता है और दिल की सेहत को अच्छा बनाए रखता है
- सर्दी खांसी और गले की खराश में राहत: गुड गले की खराश, खांसी खांसी और कफ को काम करने में मदद करता है। इसकी ग्राम तासीर सर्दियों में विशेष रूप से लाभदायक होती है। गुड़ की चटनी में अदरक और काली मिर्च डालने से यह और भी फायदेमंद हो जाती है। इसे ग्राम पानी या चाय के साथ लेने से राहत मिलती है।
मीठी चटनी रेसिपी के प्रकार:
भारत में अलग-अलग प्रकार की मीठी चटनी रेसिपी बनाई जाती है। मीठी चटनी रेसिपी के कुछ मुख्य प्रकार के बारे में बताते हैं या जान लेते हैं।
- इमली की मीठी चटनी: इमली की मीठी चटनी रेसिपी चाट और स्नैक्स के साथ सर्व की जाती है। जो जो इमली को पीसकर गुड के साथ पकाया जाता है।
- खजूर इमली की मीठी चटनी: खजूर और इमली की मीठी चटनी ज्यादा गाढ़ी और पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
- आम की मीठी चटनी: आम की मीठी चटनी गर्मियों में अधिकतर बनाई जाती है जिसे आप पूरी या पराठों के साथ खाई जाती है।
- अमचूर पाउडर की मीठी चटनी: अमचूर पाउडर की मीठी चटनी चाट चाट समोसा और करेला चाट के साथ खाई जाती है। अमचूर पाउडर को भी गुड मैं अच्छे से पकाया जाता है। सारी चटनी एक जैसी ही बनती है।
मीठी चटनी रेसिपी बनाने की समग्री:
- अमचूर पाउडर
- गुड
- भुना हुआ जीरा
- भुनी हुई सौंफ
- काला नमक 1/2 टेबलस्पून
- नमक स्वाद अनुसार
- लाल मिर्च पाउडर 1/2 टेबलस्पून
- धनिया पाउडर 1/2 टेबलस्पून
- पानी आवश्यकताअनुसार
- गरम मसाला (वैकल्पिक)
मीठी चटनी रेसिपी बनाने की विधि:
- मीठी चटनी रेसिपी बनाने के लिए सबसे पहले आपको एक बर्तन में पानी लेना है और फिर पानी को गर्म होने देना है। और जब पानी गर्म हो जाएगा तो फिर इसमें हम गुड डालेंगे और गुड को पिघलने देंगे।




- और जब तक गुड पिघल रहा है, जब तक हम सौंफ और जीरा भून लेंगे और जब सौंफ और जीरा भून जाएगा तो इनको पीस लेंगे। और जैसे ही गुड अच्छे-से पक जाएं तो हम इसमें मसाले डालेंगे और अच्छे से पकने देंगे।




- और जैसे ही अच्छा पक जाएगा तो हम इसमें मसाले डालेंगे मसाले में जीरा पाउडर, सौंफ पाउडर, काला नमक, नमक स्वाद अनुसार, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, डालकर अच्छे से पकने देना है। और सबसे जरूरी अमचूर पाउडर जरुर डालना है। जिससे यह बहुत ही स्वदिष्ट व खट्टी मीठी बनती है। जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगती है।





- इस खट्टी मीठी चटनी को आप चाट समोसा करेला चाट कचोरी और पकौड़ों के साथ भी खा सकते हैं। और जब चटनी पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाए तो आप इसे किसी बोतल वगैरा में महीनों तक उपयोग कर सकते हैं। लेकिन चटनी ना ज्यादा गाढ़ी और न ज्यादा पतली होनी चाहिए।




- और इस तरह से खट्टी मीठी चटनी रेसिपी बनाकर तैयार है आप लोग इस रेसिपी को एक बार ट्राई जरूर करें और कमेंट में बताएं कि आप सबको ए रेसिपी कैसी लगी है।
निष्कर्ष:
घर पर बनी मीठी चटनी न केवल स्वाद में लाजवाब होती है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। यह बिना किसी प्रिजर्वेटिव के बनाई जाती है, जिससे इसका पोषण बना रहता है। आप ऐसे अपनी पसंद के अनुसार गाढ़ा या पतला बना सकते हैं और इसे लंबे समय तक स्टोर कर सकते हैं। अगली बार जब भी आपको चाटनी की जरूरत हो तो बाजार से खरीदने के बजाय घर पर ही ताज और हेल्दी मीठी चटनी बनाएं।